Woh Toh Apna Dard Ro-Ro Kar Sunate Rahe,
Humari Tanhayion Se Bhi Aankh Churate Rahe.
Humari Tanhayion Se Bhi Aankh Churate Rahe.
Humein Hi Mil Gaya Khitab-e-Bewafa Kyunki,
Ham Har Dard Muskura Kar Chhupate Rahe.
वो तो अपना दर्द रो-रो कर सुनाते रहे,
हमारी तन्हाइयों से भी आँख चुराते रहे,
हमें ही मिल गया खिताब-ए-बेवफा क्योंकि,
हम हर दर्द मुस्कुरा कर छुपाते रहे।
Log Jalte Rahe Meri Muskaan Par,
Maine Dard Ki Apne Numaish Na Ki,
Jab Jahan Jo Mila Apna Liya,
Jo Na Mila Uski Khwahish Na Ki.
Maine Dard Ki Apne Numaish Na Ki,
Jab Jahan Jo Mila Apna Liya,
Jo Na Mila Uski Khwahish Na Ki.
लोग जलते रहे मेरी मुस्कान पर,
मैंने दर्द की अपने नुमाईश न की
जब जहाँ जो मिला अपना लिया,
जो न मिला उसकी ख्वाहिश न की।
मैंने दर्द की अपने नुमाईश न की
जब जहाँ जो मिला अपना लिया,
जो न मिला उसकी ख्वाहिश न की।
Dard Humne Sambhala Hai Humne Aansu Bahaye Hain,
Beshak Wajah Tum The Par Dil Toh Humara Tha.
दर्द हमने संभाला है हमने आँसू बहाए हैं,
बेशक वजह तुम थे पर दिल तो हमारा था।
Yeh Bhi Ek Zamana Dekh Liya Hai Humne,
Dard Jo Sunaya Apna Toh Taliyan Baj Uthhi.
दर्द जो सुनाया अपना तो तालियां बज उठीं।
साथ ना रहने से रिश्ते टूटा नहीं करते ,
वक़्त की धुंध से लम्हे टूटा नहीं करते ,
लोग कहते हैं कि मेरा सपना टूट गया,
टूटी नींद है , सपने टूटा नहीं करते |
जो तू साथ न छोड़े ता-उम्र मेरा ए मेहबूब
मौत के फ़रिश्ते को भी इनकार न कर दूं तो कहना
इतनी कशिश है मेरी मुहब्बत की तासीर में
दूर हो के भी तुझ पे असर न कर दूं तो कहना !
प्यार कहो तो दो ढाई लफज़, मानो तो बन्दगी ,
सोचो तो गहरा सागर,डूबो तो ज़िन्दगी ,
करो तो आसान ,निभाओ तो मुश्किल ,
बिखरे तो सारा जहाँ ,और सिमटे तो ” तुम “
दुनिया की भीड़ में तुझे याद कर सकूँ कुछ पल ,
अजनबी राहों की तरफ कदम मोड़ता हूँ।
नशा था उनके प्यार का , जिसमें हम खो गए ,
उन्हें भी पता नहीं चला कि कब हम उनके हो गए।
लिख दूँ तो लफज़ तुम हो ,
सोच लूँ तो ख्याल तुम हो ,
माँग लूँ तो मन्नत तुम हो ,
और चाह लूँ तो मोहब्बत भी तुम ही हो।
कितने चेहरे हैं इस दुनिया में,
मगर हमको एक चेहरा ही नज़र आता है,
दुनिया को हम क्यों देखें,
उसकी याद में सारा वक़्त गुज़र जाता है।
एक सुकून सा मिलता है….तुझे सोचने से भी….
फिर कैसे कह दूँ…मेरा इश्क़ बेवजह सा है….
बहुत दिनों बाद तेरी महफ़िल में कदम रखा है ,
मगर नजरो से सलामी देने का तेरा अंदाज़ नही बदला
आँखों के सामने हर पल आपको पाया है ,
अपने दिल में सिर्फ आपको ही बसाया है ,
आपके बिना हम जिए तो भी कैसे ,
भला जान के बिना भी कोई जी पाया है|
तू रूठा रूठा सा लगता है ,
कोई तरकीब बता मनाने की ,
मैं ज़िन्दगी गिरवी रख दूँगी ,
तूँ कीमत बता मुस्कराने की।
छू गया जब कभी ख्याल तेरा,
दिल मेरा देर तक धड़कता रहा,
कल तेरा ज़िक्र छिड़ गया घर में,
और घर देर तक महकता रहा !❤️
ज़माने से नहीं, तन्हाई से डरते हैं,
प्यार से नहीं, रुसवाई से डरते हैं,
मिलने की उमंग है दिल में लेकिन,
मिलने के बाद तेरी जुदाई से डरते हैं
बिन बात के ही रूठने की आदत है;
किसी अपने का साथ पाने की चाहत है;
आप खुश रहें, मेरा क्या है;
मैं तो आइना हूँ, मुझे तो टूटने की आदत है।
तेरी खुशियों पर मुस्कराने को जी चाहता है ,
हो तुझे दर्द तो उदास होने को जी चाहता है ,
तेरी मुस्कराहट ही इतनी प्यारी है कि ,
तुझे बार बार हसाने को जी चाहता है।
मेरे जीने के लिए तेरा अरमान ही काफी है,
दिल की कलम से लिखी ये दास्तान ही काफी है ,
तीर – तलवार की क्या ज़रूरत है तुझे ऐ हसीन ,
क़तल करने के लिए तेरी मुस्कान ही काफी है।
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